क्या है समाचार का मतलब ?
अपनी धुन में आपका स्वागत है। आज खबरिया चैनलों की चूहा दौड़ में खबरों का असली अर्थ गायब हो गया है। २४ घंटे के समाचार चैनलों में समाचार कितने घंटे आता है , ये सभी जानते है।
३२५ घंटे के समाचार चैनलों ने समक्गर के रूप व प्रस्तुतीकरण को तो बदला ही है। साथ ही साथ समाचार क्या है ? के अर्थ को भी बदल दिया है। इनके लिए तो समाचार केवल टेलीविजन पर आने वाले रियलिटी शो ही रह गए है। अपने आपको सबसे तेज़ कहने वाले चैनल पर दिन भर रियलिटी शो 'डांसिंग क्वीन' की धमक दिखाई देती है, तो हर कीमत पर ख़बर देने वाला चैनल 'डांस इंडिया डांस ' के साथ डांस करता नज़र आता है। सितारे को अपने लोगो से चिपकाये रहने वाला चैनल दिन भर 'पहचान कौन' चिल्लाता है। कुछ चैनल गंगूबाई के साथ हा-हा -हा -ही -ही-करते है। क्या यही आज का समाचार है।
शुरुआत में इन चैनलों को २४ घंटे के लिए समाचार मिल जाता था, और २४ घंटो में भी खबरों का दोहराव कम ही देखने को मिलता था , फिर खबरों के दोहराव का ऐसा दौर आया की एक ही ख़बर पर पूरा दिन बीत जाया करता था । यहाँ तक तो ठीक था , कम से कम समाचार का मतलब तो नही बदला था । लेकिन अब तो समाचार का मतलब ही बदल दिया गया है, या ये २४ घंटे के समाचार चैनल नही रह गए है। २४ घंटे ख़बर के नाम पर ये दर्शकों को क्या दिखा रहे है , कोई ही पूछे ।
और पूछने पर इनका जवाब होता है, की जनता जो देखती हैहम दिखाते है। अजीब जबरदस्ती है चैनल तुम्हारा चलते तुम हो , और दिखाते हमारे मन की हो। खैर जो भी हो भाई तुमने ख़बर का मतलब तो बदल ही दिया है।
आज के दौर में दूरदर्शन का समाचार चैनल ही है, जो ख़बर दिखता है , लेकिन लोगो ने उसे सरकारी प्रचार करने वाला कह रखा है। सरकारी ही सही कम से कम समाचार तो है । क्या कोई मुझे सुन रहा है या पढ़ रहा है ।
1 Comments:
mass comm karne ke baad samachar ka matlab bataa rahr ho.
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