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Friday, October 2, 2015

रोमियो जूलिएट से कहीँ बड़ा है, सुधा चन्दर का दर्द


भारतीय टीवी जगत अब बदल रहा है। अनिल कपूर के 24 के बाद अब #Lifeok टीवी चैनल पर सास बहु के ड्रामों से अलग एक नया शो शुरू हुआ है। #एक_था_चन्दर_एक_थी_सुधा जो डॉ. धर्मवीर भारती के मशहूर उपन्यास #गुनाहों_का_देवता पर आधारित है। जिन लोगों ने इसे पढ़ रखा है उन्हें इस कहानी के बारें में बताने की आवश्यकता नही है। जिन्होंने नहीं पढ़ी उन्हें बताता चलूँ , रोमियो और जूलिएट सुधा और चन्दर के आगे कहीं नही ठहरते। समस्या ये है कि, हमारी पीढ़ी में से ज्यादातर लोगों ने इसे पढ़ा नही है। जिस तरह रोमियो जूलिएट का प्रचार हुआ। सुधा और चन्दर की कहानी का नहीं हुआ। शो की कहानी सिर्फ 20 एपिसोड की है। जो इस कहानी की भावना को पूर्ण रूप से दिखाने में सक्षम नही है। अभी इस शो के 6 एपिसोड प्रसारित किये जा चुके हैं, जो बेहतरीन है , निर्माताओं ने पहली बार किसी साहित्यिक रचना पर दांव खेला है। इसके लिए वो बधाई के पात्र हैँ। जरुरत है कि, इस शो को सफल करके, टीवी को सास बहु की साजिशों से मुक्त किया जाये। और हाँ एक बार गुनाहों का देवता पढ़े जरूर ताकि,सुधा और चन्दर के दर्द को पूरी तरह समझ सकें। 20 एपिसोड की कहानी में उनका संताप आपको समझ नही आएगा। इसे पढ़ते वक़्त कई बार आँखे नम हो जाती हैँ। यक़ीन करिये इसे पढ़ने के बाद आप यही कहेंगे। वाकई रोमियो और जूलिएट ने तो कुछ भी नही सहा है, सुधा और चन्दर के आगे।

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