टाइम कम है
कभी -कभी ऐसा क्यों लगता है, कि सब कुछ हमारे बस के बाहर है, हमारी जिंदगी की सबसे ज़रूरी चीजे हमसे दूर होती जा रही है . और हम उन्हें सहेजने के लिए कुछ भी नहीं कर पा रहे है . क्यों बस ये पता नहीं चल सोचता हूँ, तो पता चलता है कि , वही वक़्त की कमी. जिससे भी बात करो यार टाइम कम है। मुझे कभी ऐसा नहीं लगा की मै किसी से नहीं मिल सकता , क्योकि मेरे पास वक़्त नहीं है। अगर कोई मुझसे मिलना चाहे मेरे वो दोस्त जो यहाँ इसी शहर में रहते है। मै मिल सकता हूँ, अगर वो चाहे तो , लेकिन उनके पास टाइम ही नहीं है। क्या मेरे वो दोस्त सुन रहे है , या पढ़ रहे है , या शायद अब हमारे रिश्तो में वो गर्माहट ही नहीं रही। टाइम का बहाना बनाने वालो मै तो सीधा आरोप लगाता हू , हाँ तुम नहीं मिलना चाहते हमसे यार नौकरी तो हम भी करते है, तुम्हारे ही शहर में
क्या अब भी कहोगे टाइम कम है।
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