अपनी धुन

मेरा मन कहता है

Saturday, May 7, 2011

अपनी धुन: काफी दिन हो गये

अपनी धुन: काफी दिन हो गये

काफी दिन हो गये

काफी दिन हो गए यहाँ काम किये कभी दिल करता है। कुछ लिखू पर क्या मुश्किल है, इस समय हर तरफ ओसामा और ओबामा की ही बातें हो रही है। अरे भाई मर गया ओसामा बात ख़त्म करो , रोजाना यही बात की मारा गया ओसामा बस भी करो आतंकवाद के नए आका तैयार हो रहे हैं। अब उनको मारो
वैसे भी हमारे देश में और समस्याएं है। हमारा रक्षामंत्री कहता है दिल्ली में अपराध का कारन बाहरी लोग है, तो विदेश मंत्री दूसरे देश का भाषण पढ़ते हैं, तो भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री कहता है मै मजबूर हूँ। कृषि मंत्री कहते है मै ज्योतिषी नहीं हूँ, जो ये बताऊ की महगाई कब कम होगी।
और हम है की ओसामा की मौत में फंसे पड़े हैं, कल कुछ बुद्धजीवियों को कहते सुना की अमेरिका को अब पाक की कोई मदद नहीं करनी चाहिए, पगला गये हैं का ठीक है कम से कम अमेरिका उसे शह तो नहीं देता की भारत को परेशान करो।
पिछले दिनों खबर आई की चाइना ने पाकिस्तान का बैंक ही खरीद लिया ये हमारे लिए ज्यादा परेशानी की बात है , अमेरिका ने पाक की मदद बंद की तो चाइना करेगा और ये बात सभी जानते है हम भले ही चाइना को अपना दोस्त माने पर वो तो हमें दुश्मन ही मानता है।
वो पाक में पंहुचा तो दो दुश्मन साथ होंगे और क्या हम चाइना का सामना करने को तैयार है। ईमानदारी से कहे शायद नहीं। सो अंकल सेम इस ड्रैगन से तो बेहतर ही है , कम से कम हमारे लिए।
और हाँ जाते - जाते एक और बात ओसामा को छोड़ ही दीजिये अब।