मै बेवकूफ हूँ?
आज अपने साथियों के साथ एक प्रोजेक्ट वर्क में लगा हुआ था । हम कई लोग थे । कुछ लोग कं कर रहे थे तो कुछ बैठे - बैठे घास खोद रहे थे । मै भी उस वक्त घास खोदने वालो में शामिल था । बस यूं ही बातें चल रही थी , बिना मतलब की कचर -पचर किए जा रहे थे । की हाय रे मेरी किस्मत मेरी नज़र वह गिरे हुए एक सिम कार्ड पर पड़ गई । पहले ते ये हुआ की ये अपनी ही किसी साथी का है पर उसे एक मोबाइल में लगाकर चेक किया गया तो पता चला की मोबाइल में अब भी इन्सर्ट सिम का संकेत आ रहा था। सिम रेलिंस जीएसएम का था और हमने चेक किया था, सी .दी .ऍम .ऐ.के सेट सो उसे तो इन्सर्ट सिम बताना ही था बस यही बात मेरी समझ में नही आई और मैंने सोचा होगा किसी का पुराना सिम पड़ा हुआ । क्योकि हम जौनपुर के शाही किले में थे इसलिए यही बात मेरी समझ में सबसे पहले आई। और बातो ही बातो में मैंने उसे तोड़ दिया। खैर कुछ देर बाद जब हमारे कं करते हुए साथी लौटे तो उनमे से एक ने वह पर कोहराम सा मचा दिया की मेरा सी किसने तोडा । तो मैंने कहा की ये तो मैंने ही तोडा है। पर मुझे क्या पता की ये तुम्हारा है, ये तो फेका हुआ था । तो उसने कहा की फेका हुआ नही गिर गया था। और उसके बाद मेरी तारीफ सब ने कुछ इस तरह की
- बेवकूफ चंद
- एक पैसे की अक्ल नही है , तुम्हारे पास
- जलते तुम मुझसे की मेरे पास दो -दो सिम है
-महामूर्ख हो तुम
अब मै क्या करू मेरे पास कोई जवाब नही था । मईअपनी सफाई में बस इतना कहूँगा जिन शब्दों से मुझे नवाजा गया , उनमे से जलने वाली बात छोड़कर बाकि सब मेरे लिए बिल्कुल सत्य है। और एक बात और महा मुर्खता या मेरी बेवकूफी बस इतनी सी है , की मेरी नज़र उस सिम पर पड़ गई। काश मेरी नज़र उस पर न पड़ी होती तो मुझे इतने अलान्करानो से नवाजा नही गया होता। हे ऊपर वाले ये तूने क्या किया......................................................क्यो मेरी नज़र उस कार्ड पर पड़ी।